Thursday 4 March 2021

NEET EXAM पर आधारित कविता ” नाइंसाफी क्यों? "


नाइंसाफी क्यों?

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इतनी भी नाइंसाफी क्यों

औरों के संग इंसाफ

उन संग ऐसी बेरुखी क्यों

इतनी भी नाइंसाफी क्यों


इस कदर दो नज़र करना

किसी को पूर्ण अवसर देना

किसी को तिरस्कृत करना क्यों

इतनी भी नाइंसाफी क्यों


परिस्थितियाँ सभी के लिए एक सी हैं

परन्तु किसी के लिए सहानुभूति

किसी के लिए यूँ बंदिशें क्यों

इतनी भी नाइंसाफी क्यों,

समय का महत्व सभी के लिए है

समय का सदुपयोग सभी के लिए है

किसी के लिए अविलंब तो किसी के लिए विलंब क्यों

इतनी भी नाइंसाफी क्यों


संक्रमण किसी को पहचानकर नहीं फैलता है

कोरोना काल की समस्या सभी के लिए है 

किसी विशेष वर्ग समूह के लिए नहीं वो

इतनी भी नाइंसाफी क्यों


जहाँ करियर की सफलता कुछ मिनटों पर निर्भर हो

एक जन समूह की निर्भरता कुछ मिनटों पर हो

परिस्थितियाँ इन्हें भी तनावग्रस्त कर जाती हैं जो

इतनी भी नाइंसाफी क्यों


मोहलत की आवश्यकता सभी को है

कुछ विशेष जन समूह के लिए ही क्यों

वक्त इंसाफ का है

आखिर उन संग ऐसी नजरअंदाजी क्यों

इतनी भी नाइंसाफी क्यों


व्यवस्था सभी के लिए समान हो अनिवार्य है

किसी एक वर्ग समूह के लिए ही नहीं है

ऐसी विषम परिस्थिति पर अवसर की जरूरत है सभी को

इतनी भी नाइंसाफी क्यों


सीमित समय पर सही व्यवस्था

जरूरत की पूर्ति हो यही समय की है आवश्यकता

आखिर इसमें कोताही क्यों

इतनी भी नाइंसाफी क्यों


– सरिता प्रसाद