राम
राज्य
ऐ काश
अपने देश में
ऐसा
साम्राज्य होता
जैसे राम
राज्य होता
सुख
शान्ति व्याप्त होती
जनता यहाँ
खुश होती
सुशासन
सुव्यवस्था से
हर समस्या
का अंत होता
न
बेरोजगारी होती
न ही
भ्रष्टाचार होता
जब जनता
सुखी होती
तो न लूट
मार होता
आदर्श राज
पाट का
जनता पर असर
होता
सबकुछ
व्यवस्थित होता
विकास सही
होता
न नारी
अपमानित होती
न ही बलात्कारी होते
निस्वार्थ
सेवा भाव तब
जन –जन
में व्याप्त होता
न कुर्सी
की खिचा तानी
न नेताओं
की मनमानी
राजनीति
दाव – पेंच का
न बोल - बाला
होता
जब तृप्त
होगी जनता
तो अपराध
कैसे होगा
ऐ काश
अपने देश में
ऐसा
साम्राज्य होता
जैसे राम
राज्य होता
सरिता
प्रसाद
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